मूलांक 9 का जीवन, भविष्य, कर्म, जिम्मेदारी, के बारे में


मूलांक 9
जिन व्यक्तियों का जन्म महीने की 9 तारीख 18, 27, तारीख को हुआ है। तो उनका मूलाक 09 होता है। यह अंक इतना प्रभावशाली है कि किसी भी रुप से समाप्त नहीं किया जा सकता है। अनेक भारतीयो ओर ज्योतिषी का मत है कि 09 मूलाक के प्रभाव अद्भुत ओर अधिक हे। मंगल दहकते हुए अगारो की तरह चमकदार ग्रह है। इससे स्पष्ट है कि यह एक क्रोधी ग्रह भी है। तभी इसे युद्ध का देवता भी कहते हैं। मूलांक 09 वाले व्यक्ति साहसी, वीर, ओर मरने मारने को तेयार रहते हैं।
विशेषताएं:-
मूलाक 09 का स्वभाव क्रोधी है। आप वेसे तो बडे हस मुख है। परन्तु आपको गुस्सा आता है। मंगल युद्ध का देवता है। इसलिए आप मंगल प्रभावित व्यक्ति योद्घा होता है। आप किसी के भी आधीन नहीं रहना चाहते है। चाहे जिंदगी में थोड़ी सी ही क्यों ना हो परंतु आप शोले की तरह चमकते हुए जीना चाहते हैं। आप विश्वास दुनिया को चकाचौंध करने में है। आप में बहुत साहस है। इसीलिए तो मूलांक 9 वाले अधिकतम डिफेंस में ही देखे जाते हैं। अथवा किसी कार्य में अगुआ या नेता इसी साहस के बल पर आप सेना आदि ऐसे काम करते हैं। जिनमें हर समय जान का खतरा बना रहता है। आपका साहस कई बार दूर साहस की सीमा तक पहुंच जाता है। यह लक्षण आपकी बातें और कार्यों से प्रकट होने लगते हैं। आपका मस्तिक बहुत गर्म हो सकता है। मानसिक और शारीरिक रूप से आप अनेक बार अनर्थ भी कर डालते हैं। परंतु इतने पर भी आप अपने मार्ग या लक्ष्य से हटते नहीं हैं। और ना ही डरते हैं आप ऐसे साहसिक कार्य करते हैं। जिसके कारण आपको कीर्ति प्राप्त होती है। देश विदेशों में जाना या भयंकर जंगलों में शिकार करना और मौत की घाटी से गुजरने से आपके स्वभाव का अंग होता है। आप अपने क्रोधी स्वभाव के कारण बड़ी सरलता से अपने शत्रु बना लेते हैं। या यूं कहा जाए लोग आपके शत्रु बन जाते हैं। आप या तो युद्ध भूमि में वीरगति को प्राप्त होंगे या घायल होंगे आपका जीवन घटनाओं से परिपूर्ण रहता है। इन दुर्घटनाओं में आग से जलना विस्फोट हो ना या अचानक चोट लगना शामिल होता है। जिन व्यक्तियों का मूलांक 9 होता है। उनके जीवन में किसी ना किसी प्रकार की दुर्घटना होना निश्चित होता है। इन्हीं दुर्घटनाओं के कारण डॉक्टर आपको को अंगों की चीर फाड़ का कोई भी अवसर मिल जाता है। आपका घरेलू जीवन मध्य य लड़ाई झगड़ों से भरा हो सकता है। आप अपने संबंधियों अथवा पति-पत्नी की ओर से संबंधियों झगड़ते रहते हैं। इसी कारण अपने संबंधियों व दोस्तों से आपके संबंध कभी अच्छे नहीं रह पाते हैं। आप अपनी आलोचना सहन नहीं कर पाते हैं। आपको अपने संबंध में सम्मति अच्छी लगती है। आप यह चाहते हैं कि घर के सभी लोग आपकी सेवा में लगे रहे यानी आप का भी ध्यान रखें। आपको परिवार का मुखिया माना जाए आप में संगठन शक्ति गजब की है। और आप उपाय अथवा साधन जुटाने में कुशल रहते हैं। आप जो भी कार्य करते हैं उस पर अपना पूर्ण नियंत्रण चाहते हैं। किसी का भी हस्तक्षेप आपको पसंद है। सामान्य जन आपको कठोर हृदय के समझते हैं। परंतु प्रेम के मामले में आप लोग कठोररणी, कुसमादपी, वाली बात चरितार्थ होती है। कोई भी चतुर महिला-पुरुष चाहे तो आपको जिगर काल तक ऊपरी प्रेम प्रदर्शित करते हुए मूर्ख भी बना सकती हैं। आप दिखावे वह ऊपरी तड़क-भड़क को बहुत पसंद करते हैं। और शान से रहते हैं। चाहे उस दिखावे से आपको आर्थिक हनी क्यों ना उठानी पड़े। आप अनुशासन प्रिय हैं। लेकिन अपने अधीन कार्य करने वाले लोगों का भी आप खूब ध्यान रखते हैं। यानी अपने मित्रों का भी किसी भी कठोर से कठोर कार्य करने की आप में पूर्ण शक्ति है। देखने में आप ऐसे लगते हैं जैसे कि आपका स्वभाव बड़ा सरल है। क्योंकि आप बड़े छुपे रुस्तम भी होते हैं।
सावधानियां:-
मूलांक 9 वाले व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। परंतु यह तभी संभव हो पाता है। जब आपको क्रोध का आवेश से बचे रहे। बात बात पर गर्म ना होना आपको मंगल की स्थिति सदा ध्यान में रखनी चाहिए तथा निर्बल समय में आपको विशेष रूप से शांत रहना चाहिए। परंतु यह आप के बस की बात नहीं है। आप अचानक भटक सकते हैं। परंतु यह तभी संभव हो पाता है जब आपको क्रोध का आवेश से बचे रहे बात-बात पर गर्म हो। तो आपको मंगल की स्थिति को सदा ध्यान रखनी चाहिए। तथा निर्बल समय में आप को विशेष रुप से शांत रहना चाहिए। परंतु यह आपके बस की बात नहीं है। आप अचानक भड़क सकते हैं। अपने उच्च अधिकारियों से झगड़ हो सकते हैं। क्योंकि मंगल की निर्बल समय में आप इन बेकार सा आदमी समझेंगे ओर सोचने पर आपको आश्रय भी होगा कि आपने यह क्या कर दिया। पत्नी से आप भी संतुष्ट नहीं रह पाएगे। वह रक्तचाप मासिक धर्म के कष्ट या इसी भी प्रकार की बीमारी से गैस रहेगी इसी वजह से आप आर्थिक बजट भी गड्ढा जाएगा। काम पर सुख भी नहीं मिल पाएंगे। पत्नी के कारण आप दुखी देखे गए हैं। ध्यान रखे तो घर में कुछ शांति रह सकती है। आपको लोगों के द्वारा झूठे मुकदमों में भी फसाने की कोशिश की जा सकती है। जमीन जायदाद के संबंध में एक आधा मुकदमा भी चलने की संभावना हो सकती है। दुर्घटनाओं से सावधान रहना अत्यधिक आवश्यक है। शिकार आदि के समय भी कोई भी यथासंभव बचने की कोशिश करें शिकार तो आजकल होते नहीं परंतु जब भी आने जाने के रास्ते में थोड़ा संभल कर चलें वाहन पर सवारी करते समय स्वयं वाहन चलाते समय भी सावधानी बरते हैं। वीर साहसी और उत्साही होने के कारण आप अपने शत्रुओं पर छिपकर अघात कर सकते हैं। इसमें आपको लाभ मिलेगा। परंतु यह आपको शोभा नहीं देता कि आपके जीवन में 2 - 3 स्त्रियों का योग तो सामान्य ही होता है। लेकिन यह आपके लिए यह अच्छा कार्य नहीं है। क्योंकि वृद्धावस्था आने पर शिथिल पड़ जाएंगे जवानी के दिनों में किसी नशे का शिकार हो जाएंगे। और बाद मे यह आपकी आदत बन जाएगी ऐसा करना ठीक नहीं है। बुढ़ापे में तो यह और भी कष्टकारी सिद्ध होगी। दिखावा अच्छा नहीं ऐसा आप कर नहीं सकते फिर क्यों नकली शान सॉकल के पीछे पड़े हैं। जल्दी से जल्दी इन चीजों से बचें उतावलापन आप की आदत है। परंतु यह आपके लिए हानिकारक है। कोई भी कार्य सोच विचार कर करें। कोई भी बात सोच समझ कर बोलें तथा किसी को भी उतावलापन में मित्र ना बनाएं। क्रोध करना या हिंसा करना उस स्थिति में से कुछ भी बोल देना अच्छा नहीं है। इन बातों ने आपको बहुत पहले भी हानि पहुंचाई है। अतः इनसे जितनी जल्दी हो सके तो बचे आपके शत्रु बहुत अधिक हो जाते हैं जिनमें कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले अभिन्न मित्र थे। जीवन में सभा की सफलता प्राप्ति के लिए कम शत्रु बनाएं। घर में किसी भी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र तलवार या पदार्थ ना रखें। क्रोसिन पेट्रोल और भी इसी प्रकार के विश आदि से परहेज करें। क्योंकि क्रोध में आकर आप इनमे से किसी भी चीज से हानि उठा सकते हैं। आपको कोई ऐसा मित्र भी मिलेगा जो आपसे खरी खरी बात करने में समर्थ रखता हो। वह आप के मार्गदर्शक ही नहीं होगा। आपको सम्रत बनाने में भी उसका बड़ा हाथ होगा उसका सम्मान और आदर करें। उसके साथ प्रेम पूर्ण व्यवहार करें आपका परिवार अस्त-व्यस्त पड़ा है। उसे संभालने परिवार में शांति और प्रसंता का वातावरण बनाने का यतन करें। अपने चेहरे पर मुस्कुराहट लाए रखे और अपने को आकर्षक बनाएं रखने का यत्न करें। अपने चेहरे पर मुस्कुराहट लाए और अपने को आकर्षक बनाए रखें। निराशा से बचे तथा काम पर ध्यान रखें फल अच्छा ही होगा चुगली करना ठीक नहीं पता चुगली करने वाले को अपने पास भी ना आने दे। पत्नी की निंदा से बचें यदि आप इन बातों को ध्यान में रखकर चलेंगे तो निश्चित ही आपका जीवन सफल और स्मार्ट होगा।
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय:-
मूलांक 9 वाले व्यक्तियों के लिए 21 मार्च से 26 अप्रैल तक तथा 21 अक्टूबर से 27 नवंबर तक का समय आपके अनुकूल रहेगा। इन दिनों में यदि 9, 18, 27 तारीख को कोई कार्य करेंगे तो आपको आवश्यक ही सफलता मिलेगी। लेकिन मई से लेकर अक्टूबर तथा दिसंबर जनवरी और फरवरी के कुछ महीने प्रतिकूल रह सकते हैं।
शुभ अशुभ वर्ष तारीख एवं वार:-
जिन वर्षों का जोड़ 9 होता है वह आपके लिए अति शुभ सिद्ध होंगे। यह वर्ष 09वा 18वा 27 वा 36 वा 45 वा 54 वा 63 वा 72 वा 81वा 90 वा 99 वा है। यह वर्ष आपके जीवन में उन्नति और सौभाग्य वृद्धि के सूचक है। इन्हीं में से किसी वर्ष में आपके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आएगा। इसी प्रकार जिन वर्षों का योग 09 होता है। किसी भी महीने कि 09, 18, ओर 27 तारीख आपके लिए शुभ सिद्ध रहेंगी। आप इन को ध्यान रख कर ही काम करे। आपको अवश्य सफलता मिलेगी। इसके साथ ही 03, ओर 06 के अंक भी 09 मूल अंक से सहानुभूति ओर मितत्रा रखते हैं। ये संख्या आपस मे विभक्त हो सकती है। इनमें किया गया कार्य भी सफल ओर सोभाग्य वर्धक सिद्ध होगा। अतः मित्र बनाते समय जीवन साथी चुनते समय व्यापार में अपना भागीदार बनाते समय इन तारीखों का विशेष ध्यान रखें। मंगलवार और शुक्रवार आपके लिए विशेष रूप से फल दायक रहेगा। यदि आप इन दिनों यह तारीख को में कोई नया कार्य करेंगे तो रुकावटें दूर हो जाएंगी।
अनुकूल एवं प्रतिकूल रंग:-
आपके लिए लाल अथवा गहरा गुलाबी रंग सर्वाधिक उपयुक्त है। अपने घर के पर्दे गद्दा तकिया चौधरी आदि गहरे गुलाबी या लाल रंग के ही रखें। साथ ही अपनी जेब में सदा के लिए लाल रुमाल जरूर रखें या अपने बेडरूम में लाल रंग का गुलदस्ता भी रख सकते हैं। इससे आपको सकारात्मक उर्जा का एहसास होगा।
भाग्यशाली रत्न:-
आपके लिए सर्वाधिक भाग्यशाली जो रत्न हैं वह मूंगा है सोने या तांबे की अंगूठी में मे धारण कर सकते हैं। अंगूठी इस तरह से बनाएं कि रत्न आपकी त्वचा को स्पर्श करें। अतः रत्न की अधिक जानकारी के लिए आप महाराज जी से भी संपर्क कर सकते हैं।
देवता, ध्यान, मंत्र, एव व्रत उपवास:-
आप के प्रधान देवता हनुमान जी होते हैं। वही आपके सब दुखों एवं कष्टों को दूर करने में समर्थ होते हैं। अतः नित्य प्रति कम से कम एक बार अवश्य ही हनुमान जी का ध्यान जरूर करें। मंगलवार का व्रत भी रखें इस दिन हनुमान जी के दर्शन करें तथा एक बार ही भोजन करें। भोजन में नमक का उपयोग बिल्कुल ना करें। हम इस बात को फिर बता देना चाहते हैं कि मूलांक 9 का अंक इस प्रकार का तत्व से बना है। जो कभी नष्ट नहीं होता इसका स्पष्ट उदाहरण यही है। कि आप 9 को किसी अंक से गुणा कीजिए प्राप्त राशि का योग नो ही होगा 9 का महत्व सभी धर्मों और नियमों में है।
नोट :-  आप महाराज जी से समय लेने के लिए या महाराज जी को कुंडली या वास्तु के प्रश्न के लिए आप सभी महाराज जी से मिल सकते हैं या ऑनलाइन कुंडली का विमोचन करा सकते हैं
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