जन्मकुंडली में तीसरा घर
यह घर हमारी शक्ति का प्रतीक है बाजुओं का कारक भी यही घर है इसके अतिरिक्त आंखों की पलकों देह में रक्त की मात्रा तथा रक्त दोषों का पता भी इसी तीसरे घर से चलता है हमारी आयु तथा युवा अवस्था से भी इसी घर का संबंध है यदि इस ग्रह में शुभ ग्रह की स्थिति हो तो जातक युवा अवस्था में बहुत अधिक उन्नति करने में सफल हो जाता है
कुंडली के तीसरे घर का कारक मंगल ग्रह है यहां पर पड़ने वाली मिथुन राशि का स्वामी बुध है लेकिन इस घर में मंगल का अधिक महत्व होने से बुध यहां अच्छे फल देने में असफल रहता है शायद इसका कारण यह है कि संगत का प्रभाव बुध में बहुत बड़ी खामियां या कमजोरी पैदा कर देता है
तीसरे घर से हम व्यक्ति की जिम्मेवारी जान सकते हैं व्यक्ति में कितनी बहादुरी है इसका पता भी इसी तरह से चलता है यहां व्यक्ति की बहादुरी का मतलब है कि वह दूसरे लोगों की कहां तक मदद कर सकता है और दूसरे लोगों के बर्ताव में वह अपनी बहादुरी कहां तक प्रकट कर सकता है
तीसरे घर का संबंध हमारे मकान में रखे हुए राम के साधनों से भी है यहां शुभ ग्रह होने से व्यक्ति के घर में आराम के साधन बहुतायत में होंगे यदि अशुभ यहां बैठा हुआ हो तो आराम के साधनों में कमी आएगी तीसरा घर हमारी शरीर अवस्था का घर है यानी हमें किसी काम के विषय में कितना उत्साह है या उदासीनता है इसका अंदाज इसे घर से लगाया जा सकता है यही घर हमारी दृष्टि में किस प्रकार की शक्ति प्रदान करता है इस बात का कारक भी यही है इससे नजर लगने का मतलब नहीं है इसका अर्थ केवल इतना ही है कि किसी व्यक्ति की दृष्टि की शक्ति कितनी प्रभावी है यही घर चोरी या बीमारी का भी है कुछ हद तक दूसरों के साथ हमारी शत्रुता का भी संबंध इसी घर से है
यह घर हमारे भाग्य में उताव चढ़ाव को भी प्रकट करता है भाग्य के दायरे में हम किस सीमा तक आगे बढ़ सकते हैं या नीचे गिर सकते हैं या किस्मत के दायरे में सिमट रह जाते हैं यह बात इसी घर से स्पष्ट होती हैं दिशा के अनुसार यह घर दक्षिण दिशा का कारक है दक्षिण दिशा का कारक इस घर को इसलिए मिला है कि इस घर का कारक मंगल जहां काफी बलशाली है वहीं वह दक्षिण दिशा का भी कारक है इसलिए तीसरे घर में मेष वृश्चिक राशि या मकर राशि का मंगल बहुत ही शुभ फल देने वाला होता है और इसी कारण व्यक्ति के घर का दरवाजा दक्षिण में होने पर भी इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है
इस घर का संबंध हमारे घर में रखे शास्त्रों हथियारों से भी है यदि यहां बहुत ही शुभ ग्रह हो तो घर में बिना तेज धार के या टूटे हुए शस्त्रों का रखना अशुभ फलदाई होगा जन्म कुंडली का तीसरा घर उसके रिश्तेदार या मित्र धन या आर्थिक दिशा के अनुसार किसी योग्यता के होंगे यह घर इसी बात को स्पष्ट करता है यहां कोई शुभ ग्रह हो मंगल यहां अच्छी हालत में हो तो उनके भाइयों की आर्थिक स्थिति उत्तम रहती है
तीसरा घर व्यक्ति की माया के बाहर जाने का मार्ग है वैसे 12 घर हमारा खर्च के घर हैं किंतु तीसरा घर भी अशुभ हो तो आर्थिक हानि का संबंध इस तीसरे घर का ही रहता है इसलिए इस घर को चोरी होने का घर भी कहा जाता है तीसरे घर में हमें भाई बहन आदि की दिशा का ज्ञान भी होता है
इसके अलावा साले बहनोई के बारे में भी इसी घर से बहुत कुछ जाना जा सकता है साले का कारक राहु तीसरे घर में हो तो अपने साले से हमारे संबंध अच्छे रहेंगे और उससे किसी ना किसी रूप से लाभ भी होगा
तीसरा घर लड़ाई झगड़े और लेन-देन का भी घर है हमारे जीवन में लड़ाई झगड़े की हालत क्या होगी यह इसी घर से जाना जा सकता है हमारा दूसरों के साथ जो आर्थिक लेन-देन होगा उसके शुभ अशुभ परिणामों का पता भी इसी घर से चलता है
तीसरे घर का संबंध मृत्यु पूर्व अवस्था से भी है वैसे मौत का घर आठवां है लेकिन तीसरे घर मौत की हालत को बयान करता है और मौत से पहले के समय को उजागर करता है अतः तीसरे घर का संबंध मृत्यु से जुड़ा हुआ है फलदार वृक्षों का कारक भी यह घर है यहां शुभ ग्रह होने पर घर में फलदार वृक्ष होंगे किंतु यह घर है शुभ या खराब हो तो घर में फलदार वृक्ष लगाना अशुभ फलदाई होगा
अतः अधिक जानकारी के लिए या महाराज जी के द्वारा ज्योतिष सीखने के लिए आप संपर्क कर सकते हैं