मूलांक 7
जिन व्यक्तियों का जन्म महीने की किसी भी 7 तारीख 16 तारीख और 25 तारीख को हुआ है उनका मूलांक सात होता है मूलांक 7 वाले व्यक्तियों का प्रधान देवता वरुण है वरुण जल के देवता का नाम है इसलिए जलीय ग्रह होने के कारण इससे प्रभावित व्यक्ति ठंडे दिमाग वाले संतोषी वृद्धि के होते हैं जल पृथ्वी के बहुत बड़े भाग को घेरे हुए हैं वैसे यह ग्रह भी काफी अधिक परिधि में फैला हुआ है शनि के बाद पृथ्वी पर सबसे अधिक प्रभाव इसी ग्रह का पड़ता है इसकी गति बहुत ही गंभीर है इसलिए इसका प्रभाव भी गहरा और अधिक देर तक रहता है चंद्रमा भी जल प्रधान ग्रह है और वरुण के संबंध में कहा जाता है कि इसका संबंध चंद्रमा से है इसलिए जिन व्यक्तियों का मूलांक 7 होता है उसका स्वामी चंद्रमा भी होता है उनमें और वरुण ग्रह वाले अंकों में सहानुभूति बनी रहती है मूलांक 2 का स्वामी भी चंद्रमा होता है अतः मूलांक 2 वाले व्यक्तियों की मूलांक 7 वालों से सहानुभूति और अच्छी मित्रता भी होती है
विशेषताएं :-
आप बड़े ही खुले विचारों के व्यक्ति हैं आपका व्यक्तित्व सामान्य व्यक्तियों से अलग दिखाई देता है आपका स्वामी ग्रह वरुण होने के कारण से आप जल्दी यह हैं अर्थात आप के लिए जल यात्रा करना लाभदायक रहेगी यदि आप व्यापारी हैं तो आपके व्यापारिक संबंध विदेशों में स्थापित होंगे और आपको आयात निर्यात का काम भी आपके लिए अच्छा रहेगा यही मार्ग आपके भाग्य उदय का हो सकता है आप इसमें आवश्यक ही उन्नति करेंगे आप प्रत्येक बात मैं परिवर्तन चाहते हैं जल का स्वभाव चंचल है अतः आप भी शोभा वत एक जगह पड़े बेचैनी अनुभव करने लगते हैं यदि आप विदेश जा सकते हैं तो आपको इस संबंध में प्रयत्न करना चाहिए आप अवश्य ही सफल होंगे आपका मौलिक व्यक्ति है विचार में मौलिकता के कारण ही आप कविया अच्छे चित्रकार भी हो सकते हैं समय आते ही आप कोई ऐसा ग्रंथ किताब या लिख देते हैं जो आपको ख्याति के शिखर पर पहुंचा देता है तथा उस ग्रंथिया किताब में कोई ऐसी विशेषता होगी कि लोग स्वयं उसकी ओर आकृष्ट होंगे मौलिक विचारों के कारण आपका मस्तिष्क भी उर्वर है आप प्रत्येक वस्तुओं में कुछ ना कुछ परिवर्तन करने की सोचते रहते हैं यानी कुछ भी कार्य में अपडेट बार-बार करते रहते हैं जॉकी उपयोगी सिद्ध होता है यदि आपकी मौलिकता और शक्ति आदि आध्यात्मिक की ओर लग गई तो आप दार्शनिक योगी या उच्च विचारक भी हो सकते है आप बड़े भाग्यशाली हैं। परंतु यदि आपके पास धन हो, तो उसके प्रति आपका विशेष रूप से आकर्षित नहीं होते आप अपने धन का बहुत सा भाग दान भी कर सकते हैं । किसी संस्था को दे सकते हैं जीवन के भौतिक पदार्थों की और आपको विशेष लगाव नहीं है जिन स्त्रियों का मूलांक साथ होता है उन्हें अपने भविष्य की चिंता नहीं रहती है लेकिन उन्हें ऐसा सहारा मिल जाता है अर्थात ऐसे स्थान पर विवाह हो जाता है जहां उन्हें सुरक्षा और भावी जीवन में सुख प्राप्त हो और पति के भाग्य के ऊंचे नीचे थपेड़ों को सहन करने की शक्ति हो व्यापार के संबंध में आपकी सूझबूझ काफी गहरी है। इस संबंध में आप की योजनाएं भी अच्छी ही रहती है। यदि आप उन्हें कार्य रूप से करें, तो आपको अवश्य ही लाभ होगा धर्म के संबंध में भी आपके विचार बहुत ही विचित्र हैं। आप पर आए धर्म की किसी पटी लकीर पर नहीं चलते आप किसी ऐसे में धर्म का भी आविष्कार कर सकते हैं। जो भावनाओं या कल्पना ऊपर आधारित होता है। आपका झुकाव गुड रहस्य कि और भी हो सकता है। तथा आप भावी बातों का काफी हद तक भाप लेते हैं। आप में व्यक्तित्व चुंबकीय है। दूसरे व्यक्ति स्वयं आपकी ओर आकर्षित होते हैं। आपके मस्तिष्क में नए-नए विचार आते रहते हैं। और इसलिए आप लोगों के मन के भाव को भाप लेते हैं।
सावधानियां :-
आपको अधिक भावुक नहीं होना चाहिए और अपना हित और अहित के बारे में अवश्य सोच लेना चाहिए। मौलिक और उर्वर मस्तिक का अर्थ यह नहीं, कि आप विचारों को बदलते रहे बहुत जल्दी जल विचार परिवर्तन ना करें। आपको कुछ श्रमिक शर्म भी करना चाहिए केवल मस्ती के कार्यों से ही शरीर स्वस्थ नहीं रहता समय को पहचानना वह उसकी कद्र करना सीखे, व्यस्त के कामों जैसे गप्पे मारने ताश खेलना फोन चलाना गेम खेलना आदि, मैं अपना समय नष्ट ना करें। आपको चाहिए कि अवसर को पहचाने और तद्भवरूप की ही कार्य करें। आप में इतनी प्रतिभा है कि आपको दूसरे पर आश्रित नहीं रहना चाहते है। आपको चाहिए कि आप स्वतंत्र कार्य करें। यदि नौकरी ही करनी है तो सरकारी नौकरी के बजाए प्राइवेट नौकरी भी करनी चाहिए, क्योंकि प्राइवेट नौकरी में ही आप अधिक उन्नति कर सकते हैं। आपको किसी भी कार्य में असावधानी नहीं करनी चाहिए। सदाचार और जागरूक रहना ही आपके लिए श्रेष्ठ रहता है। जागरूक ना रहने पर आपको हानि हो सकती है। आप धर्म की पुरानी लकीरों पर में चलना नहीं चाहते हैं। और अपने पूर्वजों की खिल्ली उड़ाना भी आपको शोभा नहीं देता, अपनी पत्नी की अवहेलना ना करें। अपनी बुद्धि या मौलिकता के मध्य में नए आए और उसे उचित मान-सम्मान दे। वह आपको घर के जंजीरों से मुक्त रख सकती है। बहुत देर रात तक घर से बाहर ना रहे। प्यार के मामले में आप इतने सौभाग्यशाली नहीं है, कि हर स्त्री आप के जाल में फंस जाएं।अतः स्त्रियों को केवल मित्रवत ही समझे आदि कुछ नहीं, अधिक संपर्क बढ़ाने का प्रयत्न करें आप ऐसा कोई भी कार्य न करें जो आपके वंश कान्हा गुप्त एवं छूत की बीमारी से बचे आपको जल्दी ही छूत की बीमारी लग सकती है इस बीमारी के रोगियों से दूर रहें। आपका कभी कभी पेट ठीक नहीं रहेगा कब्ज की भी शिकायत बन सकती है। अतः इन से बचने का प्रयत्न करें भोग विलास में अधिक ना उलझे संयम बनाए रखें, यदि भोग विलास की अधिक प्रवृत्त होंगे तो आपको सरारी चिंता नजर आने लगेगी 40 वर्ष की आयु के बाद तो विशेष रूप से संभल कर चलें यदि आप धूम्रपान और शराब आदि का सेवन करते हैं तो आपको हृदय रोग होने की संभावना बढ़ सकती है। आपको चाहिए कि नित्य प्रति एक बिंदु पर ध्यान करें। एक विषय पर चिंतन ना करें, इससे आपके भीतर दूसरों के मन के भावों को पढ़ने जानने के गुण का अधिक विकास होगा।
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय:-
21 जून से 20 जुलाई का समय आपके लिए उत्तम रहेगा परंतु जनवरी और फरवरी मास आपके लिए कुछ अच्छा नहीं हो सकता यह 2 महीने आपके लिए निर्बल हैं।
शुभ अशुभ वर्ष तारीख एवं वार:-
जिन व्यक्तियों का मूलांक 7 होता है तो उनका का सातवां सोलवा 25 वा 34 वा 43 वा 52 वा 61 वा 70 वा 89 वां 88 वा वर्ष शुभ होता है। इसके अतिरिक्त आपको 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55 64, 73, आयु वाले वर्षों से भी लाभ एवं सुख और सफलता की आशा करनी चाहिए। 7 तारीख 16 तारीख और 25 तारीख आपके लिए विशेष रूप से शुभ रहेगी। लेकिन इसके साथ ही आपके लिए 1 तारीख 2 तारीख 10 तारीख 11 तारीख 13 तारीख 19 तारीख 20 तारीख 22 तारीख 28 तारीख 29 तारीख तथा 31 तारीख की भी शुभ फलदायक है। रविवार तथा सोमवार आपके लिए शुभ है ।लेकिन यदि इन्हीं दिनों में अनुकूल तारीख भी हो, तो यह दिन और भी अधिक लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
अनुकूल एवं प्रतिकूल रंग:-
आपके लिए सफेद और हल्के हरे रंग शुभ है। आपको सफेद कपड़े ही पहनने चाहिए या लाइट कलर पहन सकते हैं। सर्दियों में भी अधिक काला कपड़ा नहीं पहनना चाहिए, काले रंग से तो आप जितना बचे उतना ही अच्छा रहेगा। हल्का हरा रंग ही आपकी प्रकृति के अनुकूल है। इसलिए आपको चाहिए कि आप अपने घर में कुछ पौधे एवं गमले आदि अवश्य रखें। बाग बगीचे में घूमे इससे आपका स्वास्थ्य को भी लाभ होगा। अपने ड्राइंग रूम में भी पर्दे आदि सफेद या लाइट कलर के लगा सकते हैं।
भाग्यशाली रत्न:-
आपके लिए विशिष्ट रत्न लहसुनिया है। और मोती भी आपके लिए शुभ ही रहेगा। मून स्टोन और कोई के रंग वाला रत्न भी आप धारण कर सकते हैं। सोने की अंगूठी में लहसुनिया इस प्रकार गढ़वा कर कनिष्ठा उंगली में पहने कि वह आपकी त्वचा को स्पर्श करता हो और रत्न आदि के विषय में आप महाराज जी से भी संपर्क कर सकते हैं।
देवता ध्यान मंत्र एवं व्रत उपवास:-
मूलांक 7 वालों का प्रधान देवता नरसिंह भगवान है। भगवान नरसिंह जी की पूजा आपके लिए बड़ी ही हितकारी रहेगी, तथा मंगलवार का व्रत रखना आपके लिए अति ही शुभ रहेगा। उस दिन एक समय मीठे का ही भोजन करें।
नोट :- आप महाराज जी से समय लेने के लिए या महाराज जी को कुंडली या वास्तु के प्रश्न के लिए आप सभी महाराज जी से मिल सकते हैं या ऑनलाइन कुंडली का विमोचन करा सकते हैं
Mobile:- +91, 9837740007 , Email :- sachintamaharaj@gmail.com
Online Consultancy fees :- ₹ 1100/- INR
जिन व्यक्तियों का जन्म महीने की किसी भी 7 तारीख 16 तारीख और 25 तारीख को हुआ है उनका मूलांक सात होता है मूलांक 7 वाले व्यक्तियों का प्रधान देवता वरुण है वरुण जल के देवता का नाम है इसलिए जलीय ग्रह होने के कारण इससे प्रभावित व्यक्ति ठंडे दिमाग वाले संतोषी वृद्धि के होते हैं जल पृथ्वी के बहुत बड़े भाग को घेरे हुए हैं वैसे यह ग्रह भी काफी अधिक परिधि में फैला हुआ है शनि के बाद पृथ्वी पर सबसे अधिक प्रभाव इसी ग्रह का पड़ता है इसकी गति बहुत ही गंभीर है इसलिए इसका प्रभाव भी गहरा और अधिक देर तक रहता है चंद्रमा भी जल प्रधान ग्रह है और वरुण के संबंध में कहा जाता है कि इसका संबंध चंद्रमा से है इसलिए जिन व्यक्तियों का मूलांक 7 होता है उसका स्वामी चंद्रमा भी होता है उनमें और वरुण ग्रह वाले अंकों में सहानुभूति बनी रहती है मूलांक 2 का स्वामी भी चंद्रमा होता है अतः मूलांक 2 वाले व्यक्तियों की मूलांक 7 वालों से सहानुभूति और अच्छी मित्रता भी होती है
विशेषताएं :-
आप बड़े ही खुले विचारों के व्यक्ति हैं आपका व्यक्तित्व सामान्य व्यक्तियों से अलग दिखाई देता है आपका स्वामी ग्रह वरुण होने के कारण से आप जल्दी यह हैं अर्थात आप के लिए जल यात्रा करना लाभदायक रहेगी यदि आप व्यापारी हैं तो आपके व्यापारिक संबंध विदेशों में स्थापित होंगे और आपको आयात निर्यात का काम भी आपके लिए अच्छा रहेगा यही मार्ग आपके भाग्य उदय का हो सकता है आप इसमें आवश्यक ही उन्नति करेंगे आप प्रत्येक बात मैं परिवर्तन चाहते हैं जल का स्वभाव चंचल है अतः आप भी शोभा वत एक जगह पड़े बेचैनी अनुभव करने लगते हैं यदि आप विदेश जा सकते हैं तो आपको इस संबंध में प्रयत्न करना चाहिए आप अवश्य ही सफल होंगे आपका मौलिक व्यक्ति है विचार में मौलिकता के कारण ही आप कविया अच्छे चित्रकार भी हो सकते हैं समय आते ही आप कोई ऐसा ग्रंथ किताब या लिख देते हैं जो आपको ख्याति के शिखर पर पहुंचा देता है तथा उस ग्रंथिया किताब में कोई ऐसी विशेषता होगी कि लोग स्वयं उसकी ओर आकृष्ट होंगे मौलिक विचारों के कारण आपका मस्तिष्क भी उर्वर है आप प्रत्येक वस्तुओं में कुछ ना कुछ परिवर्तन करने की सोचते रहते हैं यानी कुछ भी कार्य में अपडेट बार-बार करते रहते हैं जॉकी उपयोगी सिद्ध होता है यदि आपकी मौलिकता और शक्ति आदि आध्यात्मिक की ओर लग गई तो आप दार्शनिक योगी या उच्च विचारक भी हो सकते है आप बड़े भाग्यशाली हैं। परंतु यदि आपके पास धन हो, तो उसके प्रति आपका विशेष रूप से आकर्षित नहीं होते आप अपने धन का बहुत सा भाग दान भी कर सकते हैं । किसी संस्था को दे सकते हैं जीवन के भौतिक पदार्थों की और आपको विशेष लगाव नहीं है जिन स्त्रियों का मूलांक साथ होता है उन्हें अपने भविष्य की चिंता नहीं रहती है लेकिन उन्हें ऐसा सहारा मिल जाता है अर्थात ऐसे स्थान पर विवाह हो जाता है जहां उन्हें सुरक्षा और भावी जीवन में सुख प्राप्त हो और पति के भाग्य के ऊंचे नीचे थपेड़ों को सहन करने की शक्ति हो व्यापार के संबंध में आपकी सूझबूझ काफी गहरी है। इस संबंध में आप की योजनाएं भी अच्छी ही रहती है। यदि आप उन्हें कार्य रूप से करें, तो आपको अवश्य ही लाभ होगा धर्म के संबंध में भी आपके विचार बहुत ही विचित्र हैं। आप पर आए धर्म की किसी पटी लकीर पर नहीं चलते आप किसी ऐसे में धर्म का भी आविष्कार कर सकते हैं। जो भावनाओं या कल्पना ऊपर आधारित होता है। आपका झुकाव गुड रहस्य कि और भी हो सकता है। तथा आप भावी बातों का काफी हद तक भाप लेते हैं। आप में व्यक्तित्व चुंबकीय है। दूसरे व्यक्ति स्वयं आपकी ओर आकर्षित होते हैं। आपके मस्तिष्क में नए-नए विचार आते रहते हैं। और इसलिए आप लोगों के मन के भाव को भाप लेते हैं।
सावधानियां :-
आपको अधिक भावुक नहीं होना चाहिए और अपना हित और अहित के बारे में अवश्य सोच लेना चाहिए। मौलिक और उर्वर मस्तिक का अर्थ यह नहीं, कि आप विचारों को बदलते रहे बहुत जल्दी जल विचार परिवर्तन ना करें। आपको कुछ श्रमिक शर्म भी करना चाहिए केवल मस्ती के कार्यों से ही शरीर स्वस्थ नहीं रहता समय को पहचानना वह उसकी कद्र करना सीखे, व्यस्त के कामों जैसे गप्पे मारने ताश खेलना फोन चलाना गेम खेलना आदि, मैं अपना समय नष्ट ना करें। आपको चाहिए कि अवसर को पहचाने और तद्भवरूप की ही कार्य करें। आप में इतनी प्रतिभा है कि आपको दूसरे पर आश्रित नहीं रहना चाहते है। आपको चाहिए कि आप स्वतंत्र कार्य करें। यदि नौकरी ही करनी है तो सरकारी नौकरी के बजाए प्राइवेट नौकरी भी करनी चाहिए, क्योंकि प्राइवेट नौकरी में ही आप अधिक उन्नति कर सकते हैं। आपको किसी भी कार्य में असावधानी नहीं करनी चाहिए। सदाचार और जागरूक रहना ही आपके लिए श्रेष्ठ रहता है। जागरूक ना रहने पर आपको हानि हो सकती है। आप धर्म की पुरानी लकीरों पर में चलना नहीं चाहते हैं। और अपने पूर्वजों की खिल्ली उड़ाना भी आपको शोभा नहीं देता, अपनी पत्नी की अवहेलना ना करें। अपनी बुद्धि या मौलिकता के मध्य में नए आए और उसे उचित मान-सम्मान दे। वह आपको घर के जंजीरों से मुक्त रख सकती है। बहुत देर रात तक घर से बाहर ना रहे। प्यार के मामले में आप इतने सौभाग्यशाली नहीं है, कि हर स्त्री आप के जाल में फंस जाएं।अतः स्त्रियों को केवल मित्रवत ही समझे आदि कुछ नहीं, अधिक संपर्क बढ़ाने का प्रयत्न करें आप ऐसा कोई भी कार्य न करें जो आपके वंश कान्हा गुप्त एवं छूत की बीमारी से बचे आपको जल्दी ही छूत की बीमारी लग सकती है इस बीमारी के रोगियों से दूर रहें। आपका कभी कभी पेट ठीक नहीं रहेगा कब्ज की भी शिकायत बन सकती है। अतः इन से बचने का प्रयत्न करें भोग विलास में अधिक ना उलझे संयम बनाए रखें, यदि भोग विलास की अधिक प्रवृत्त होंगे तो आपको सरारी चिंता नजर आने लगेगी 40 वर्ष की आयु के बाद तो विशेष रूप से संभल कर चलें यदि आप धूम्रपान और शराब आदि का सेवन करते हैं तो आपको हृदय रोग होने की संभावना बढ़ सकती है। आपको चाहिए कि नित्य प्रति एक बिंदु पर ध्यान करें। एक विषय पर चिंतन ना करें, इससे आपके भीतर दूसरों के मन के भावों को पढ़ने जानने के गुण का अधिक विकास होगा।
अनुकूल एवं प्रतिकूल समय:-
21 जून से 20 जुलाई का समय आपके लिए उत्तम रहेगा परंतु जनवरी और फरवरी मास आपके लिए कुछ अच्छा नहीं हो सकता यह 2 महीने आपके लिए निर्बल हैं।
शुभ अशुभ वर्ष तारीख एवं वार:-
जिन व्यक्तियों का मूलांक 7 होता है तो उनका का सातवां सोलवा 25 वा 34 वा 43 वा 52 वा 61 वा 70 वा 89 वां 88 वा वर्ष शुभ होता है। इसके अतिरिक्त आपको 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55 64, 73, आयु वाले वर्षों से भी लाभ एवं सुख और सफलता की आशा करनी चाहिए। 7 तारीख 16 तारीख और 25 तारीख आपके लिए विशेष रूप से शुभ रहेगी। लेकिन इसके साथ ही आपके लिए 1 तारीख 2 तारीख 10 तारीख 11 तारीख 13 तारीख 19 तारीख 20 तारीख 22 तारीख 28 तारीख 29 तारीख तथा 31 तारीख की भी शुभ फलदायक है। रविवार तथा सोमवार आपके लिए शुभ है ।लेकिन यदि इन्हीं दिनों में अनुकूल तारीख भी हो, तो यह दिन और भी अधिक लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं।
अनुकूल एवं प्रतिकूल रंग:-
आपके लिए सफेद और हल्के हरे रंग शुभ है। आपको सफेद कपड़े ही पहनने चाहिए या लाइट कलर पहन सकते हैं। सर्दियों में भी अधिक काला कपड़ा नहीं पहनना चाहिए, काले रंग से तो आप जितना बचे उतना ही अच्छा रहेगा। हल्का हरा रंग ही आपकी प्रकृति के अनुकूल है। इसलिए आपको चाहिए कि आप अपने घर में कुछ पौधे एवं गमले आदि अवश्य रखें। बाग बगीचे में घूमे इससे आपका स्वास्थ्य को भी लाभ होगा। अपने ड्राइंग रूम में भी पर्दे आदि सफेद या लाइट कलर के लगा सकते हैं।
भाग्यशाली रत्न:-
आपके लिए विशिष्ट रत्न लहसुनिया है। और मोती भी आपके लिए शुभ ही रहेगा। मून स्टोन और कोई के रंग वाला रत्न भी आप धारण कर सकते हैं। सोने की अंगूठी में लहसुनिया इस प्रकार गढ़वा कर कनिष्ठा उंगली में पहने कि वह आपकी त्वचा को स्पर्श करता हो और रत्न आदि के विषय में आप महाराज जी से भी संपर्क कर सकते हैं।
देवता ध्यान मंत्र एवं व्रत उपवास:-
मूलांक 7 वालों का प्रधान देवता नरसिंह भगवान है। भगवान नरसिंह जी की पूजा आपके लिए बड़ी ही हितकारी रहेगी, तथा मंगलवार का व्रत रखना आपके लिए अति ही शुभ रहेगा। उस दिन एक समय मीठे का ही भोजन करें।
नोट :- आप महाराज जी से समय लेने के लिए या महाराज जी को कुंडली या वास्तु के प्रश्न के लिए आप सभी महाराज जी से मिल सकते हैं या ऑनलाइन कुंडली का विमोचन करा सकते हैं
Mobile:- +91, 9837740007 , Email :- sachintamaharaj@gmail.com
Online Consultancy fees :- ₹ 1100/- INR