मेष लग्न के जातकों के बारे में कुछ जानकारी

 मेष लग्न 
मेष लग्न के जातक जिसका स्वामी मंगल होने के कारण इसे एक अग्निमय (ऊर्जा से परिपूर्ण) और गतिमान राशि माना जाता है। इसकी प्रकृति आग्नेय होने के कारण यह बल, ऊर्जा, मानिसक तथा शारीरिक शक्ति का प्रतीक है। यह एक क्रोधी, प्रधान (चलायमान या तीव्र) तथा विषुव राशि है। यह राशि पौरूष, उसर, फलदायक, कठोर हृदय तथा हिंसक जैसे दूसरे प्राकृतिक गुणों से भी जुड़ी है।
मेष लग्न में जन्म होने के कारण आप साहसी, अंत: प्रेरक, अविवेकी तथा उतावले होंगे, परन्तु साथ में ही आप निर्भीक, भयमुक्त तथा दिलेर होंगे। बाधाओं से डर कर दूर भागने की बजाय आप उनसे लोहा लेंगे और अपनी सफलता की मंजिल पर पहुंचे बिना काम को अधूरा छोड़कर वापस नहीं लौटेंगे। आपमें अदभुत जीवन शक्ति होगी। आपमें दूरदर्शिता, कभी न हार मानना, परिश्रमी तथा ऊँचे लक्ष्य प्राप्ति जैसे गुण होंगे।
☀️आपके विचार तर्कसंगत और बुद्धिमतापूर्ण होंगे। अपने इस गुण के कारण आप अपनी योजनाओं को तथ्यों के आधार पर वैज्ञानिक पद्धति द्वारा एक क्रमबद्ध और व्यवस्थित तरीके से पूरा करेंगे। आप अपने बल और उर्जा का प्रयोग करने से विमुख नहीं होंगे। आप दृढ़, सकारात्मक विचारों वाले एवं तेज-तर्रार होंगे। महत्वाकांक्षा के ऊँचे गगन में उड़ने की अपनी प्रवृति के कारण आप अपने रोजगार मे श्रेष्ठ और ऊँचा पद प्राप्त करेंगे। अपने विशिष्ट गुणों के कारण आप जल्द ही अपनी पहचान बनायेंगे तथा आप किसी विभाग, कार्यालय या उपक्रम के अध्यक्ष बन सकते हैं।
☀️यदि अपने कार्य स्थल पर आपको कोई विशेषाधिकार प्राप्त नहीं है, तो आप अपने लिए जल्द ही नए रास्तों की तलाश कर लेंगे। आपका व्यवहार कभी-कभार अक्खड़, अशिष्ट एवं अभद्र हो सकता है। यदि कोई आपका प्रतिरोध करता है तो आप उसके प्रति हिंसक हो सकते हैं। इन सबके बावजूद आप उदार, धैर्यवान तथा इन जैसे कुछ अलग और अमूल्य गुणों से सम्पन्न होंगे। आप कला और सौन्दर्य प्रेमी होंगे। आपके हमउम्र आपका सम्मान करेंगे, आपको अपना समझेंगे तथा आपको अपना प्रेरणा स्रोत मानेंगे। आप पित्त सम्बन्धित दोषों, जैसे बुखार, पीड़ा आदि से ग्रिसत हो सकते हैं। आप विपरित लिंग के लोगों को पसन्द करेंगे और अपेक्षाकृत कम उम्र में ही आपके द्वारा पसन्द किये गये व्यक्ति से आपका विवाह हो सकता है। आपको बच्चों से लगाव होगा और आपकी पहली संतान आपकी आंखों का तारा होगी।
शारीरिक संरचना:
आपकी मुखाकृति अण्डाकार और रंगत गुलाबी होगी। आप शरीर से दुबले-पतले लेकिन मजबूत हाथ-पैर वाले होंगे और आपमें रोगों से लड़ने की क्षमता अधिक होगी। आपके बाल घुंघराले, नेत्र गोल और दांत सुव्यवस्थित होंगे। आपका कद औसत होगा। आपका चेहरा उमस, ललाट चौड़ी और ठोढ़ी छोटी हो सकती है। आपके चेहरे पर तिल या कटे का निशान हो सकता है।
मानसिक स्थिति :
आपकी कुण्डली में चन्द्रमा वृष राशि में स्थित है । यह शुक्र द्वारा संचालित होता है। यह स्थिर, नकारात्मक और भौतिक राशि है। आप शान्त, दृढ़-निश्चयी तथा निरन्तर प्रयत्नशील होंगे। आप सचेत, धैर्यवान, आवेगमुक्त तथा गंभीर छवि वाले होंगे। आप रूढि़वादी होंगे । आप पुराने रीति-रिवाजों तथा परम्पराओं का पालन करने वाले होंगे। आप किसी तरह से परिवर्तन के विरोधी होंगे तथा आप बाहरी प्रभाव, जिसमें निरन्तर संशोधन की आवश्यकता है, का विरोध करेंगे। आप सावधानी से लाभ-हानि के बारे में सोचकर उचित निर्णय लेंगे तथा एक बार निर्णय लेने के बाद आप उसी पर अटल रहेंगे।
☀️आप कोई ऐसा काम करेंगे, जो जिम्मेदारीपूर्ण होगा तथा जिसमें अधिक परिश्रम तथा सावधानी की आवश्यकता होगी। ऐसे व्यवसाय, जिनमें बाहर का काम, लोगों से मिलने के लिए यात्राऐं, सट्टे में निवेश, बड़ा जोखिम तथा मौके पर निर्णय करना शमिल है, उनको करना आपके लिए उचित नहीं होगा। परन्तु अपने कुछ गुणों जैसे धैर्य, अनर्थक प्रयत्न, ईमानदारी, विश्वसनीयता, वफादारी आदि के कारण आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों या मालिकों से समर्थन तथा लाभ प्राप्त करेंगे। आपकी जल्दी पदोन्नति नहीं होगी, फिर भी आप ठीक स्थिति में होंगे तथा भविष्य में किसी ऊंचे तथा सम्मानीय पद पर पहुचेंगे।
☀️आप धन सम्बन्धित मामलों में काफी सावधान रहेंगे तथा अपना खर्चा हमेशा अपने नियंत्रण में रखेंगे। आपके बहुत से मित्र तथा परिचित होंगे तथा आप उनका मनोरंजन करने के लिए व्यर्थ खर्च नहीं करेंगे। परन्तु आप अपने सम्बन्धियों के प्रति उदार होंगे। आप अपने परिवार के सदस्यों, जिनके आप बहुत करीब हैं, की भविष्य में आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अधिक से अधिक बचत करेंगे। आपकी पत्नी आपका ध्यान रखने वाली होंगी। आपके माता-पिता जिम्मेदार तथा अपने परिवार के सदस्य आपको प्यार करने वाले होंगे। परन्तु उनके विचार आपके विचारों से भिन्न होंगे। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ेगी, उनकी जीवन शैली तथा विचारों में ताल-मेल न होने के कारण उनके साथ समायोजन करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है।
गुण: आप कर्मठ, मौलिक एवं सक्रिय होंगे। साथ ही आप निर्भीक, महात्वाकांक्षी, आत्मविश्वास से भरपूर एवं स्वतंत्रताप्रिय होंगे। आपकी संकल्प शक्ति काफी मजबूत होगी। आप बाधाओं एवं विषमताओं के खिलाफ लड़ने वाले होंगे और उसमे सफलता प्राप्त करेंगे।
अवगुण: आप आवेगी तथा अधीर हो सकते हैं। आप झगड़ालू, हठी, अतिवादी तथा तुनुक-मिजाजी हो सकते हैं। आप कोई भी फैसला करने एवं उसे कार्यान्वित करने में जल्दबाजी कर सकते हैं। आपको दूसरे व्यक्तियों की सलाह स्वीकार करने में मुश्किलें हो सकती हैं।
विशेष लक्षण: आप अल्पाहारी होंगे।
आपका शरीर और मस्तिष्क बहुत क्रियाशील होगा। यदि कोई आपका विरोध करे, आपकी बात का समर्थन न करे या आपके कामों में सहयोग न करे तो आप उसका प्रतिरोध करेंगे। संक्षेप में आप किसी भी प्रकार के विरोध या असहयोग को सहन नहीं करेंगे।
यदि आपका लग्न या लग्न स्वामी ग्रिसत नहीं है तो रोग आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे, आपका स्वास्थ्य उत्तम होगा।
आपकी चाल में तेजी होगी, कदमो की रफ्तार देख कर ऐसा लगेगा कि आप चल नही रहे अपितु दौड़ रहे हैं।
आप काफी बुद्धिमान होंगे और किसी भी चीज को शीघ्र ही आत्मसात कर लेंगे।
रोजगार: रोजगार: समाज में आपके नाम तथा यश की पताका फहरेगी। आप व्यवहार, उद्योग, कृषि का खनन कार्य में सफलता के शिखर पर पहुंचेंगे। आप आग या भट्ठी से सम्बन्धित कार्य जैसे धातु की ढ़लाई, तापोपचार, किसी भी चीज को पिघला कर जोड़ने का काम, गढ़ाई, ईंट का भट्ठा, बेकरी जैसे कामो में काफी सफल हो सकते हैं। सेना या पुलिस में भर्ती होना आपके लिए काफी फलदायी होगा। आप अभियंता, चिकित्सक, मजदूरों के नेता या अग्निशामक अधिकारी भी हो सकते हैं।